वो जो प्रधानमंत्री न बन सका,
वो जो कम्यूनिस्ट था भी और नहीं भी,
वो जो सज्जनता की मिसाल था,
वो जो संघर्ष की मिसाल था,
वो जो पार्टी का असली काडर था,
वो जो त्याग की प्रतिमूर्ति था,
वो जो पार्टी का फैसला सर्वोच्च मानता था,
वो जो राजनीति का अमूल्य निधि था,
वो जो राजनीति की अनुकरणीय विधि था,
वो जो ऊंचे कुल में जन्मा पर ज़मीन से जुड़ा रहा,
वो जो ग़रीबों के हक़ की लड़ाई लड़ता चला गया,
वो जो बंगाल की नवज्योति था, चला गया,
वो जो सज्ज्न कम्यूनिस्ट था चला गया,
वो चला गया, वो चला गया, वो चला गया...
wo jo kisaano aur majdooro ka masiha tha
ReplyDeletewo ko bangaal ka maseeha tha
chla gya
chla gya
kuldeep kumar
haqeeqat hai...
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